प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने बैठक पर प्रसन्नता व्यक्त की और मध्य एशियाई क्षेत्र के साथ अपने गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की बात कही.
इस अवसर पर वैश्विक सुरक्षा पर साझा रुख अपनाते हुए भारत और मध्य एशियाई देशों ने आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में दृढ़ संकल्प भी व्यक्त किया और साझा चुनौतियों से निपटने में एकजुटता का आह्वान किया.
बैठक के बाद एक तस्वीर साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर कहा, “कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से मिलकर प्रसन्नता हुई. भारत मध्य एशिया के देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है.”
पीएम ने मध्य एशियाई देशों के मंत्रियों के साथ की बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पारस्परिक प्रगति और समृद्धि के लिए व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, फिनटेक, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य में हमारे सहयोग को और गहरा करने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद हैय हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी सामूहिक लड़ाई में दृढ़ और दृढ़ हैं.”
मंत्रियों ने प्रधानमंत्री को दिन में नई दिल्ली में आयोजित भारत-मध्य एशिया वार्ता की चौथी बैठक के दौरान हुई सकारात्मक और उत्पादक चर्चाओं के बारे में जानकारी दी.
भारत-मध्य एशियाई देशों के बीच साझेदारी पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि मध्य एशियाई देशों के साथ संबंध हमेशा से भारत की प्रमुख प्राथमिकता रहे हैं. उन्होंने अधिक आर्थिक अंतर्संबंधों, विस्तारित संपर्क, उन्नत रक्षा और सुरक्षा सहयोग और नए और उभरते क्षेत्रों में व्यापक सहयोग के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया.
उन्होंने आगे इस बात पर प्रकाश डाला कि एक मजबूत भारत-मध्य एशिया साझेदारी साझा क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में एक बल गुणक के रूप में कार्य करती है.